प्रतापा राम/ जैसलमेर. जैसलमेर के पोखरण के पास एक छोटा सा गांव माडवा के एक क्लर्क के बेटे यशपाल चारण ने UPSC के एग्जाम को क्लियर कर सफलता हासिल की. यशपाल की यूपीएससी में 626 वीं रैंक आई है. चारण को सफलता पाने के लिए कठिन संघर्ष व मेहनत करनी की है.
यशपाल ने न्यूज़ 18 को बताया कि उसने कॉलेज के साथ में जब भी जितना समय मिलता उसमें यूपीएससी की तैयारी करता जिसमें कभी 2 घंटे तो कभी 10-10 घंटे तक पढाई करता.
जैसलमेर के माडवा मूल गांव के यशपाल चारण के पिताजी जीवनदान चारण जोधपुर में सरकारी विभाग में क्लर्क के पद पर पोस्टेड है . यशपाल ने अपनी प्रारंभिक पढाई जोधपुर से ही सम्पन्न की है. यशपाल परिवार में सबसे छोटा है, 22 वर्षीय यशपाल चार भाई बहिन है और यशपाल शुरू से ही पढाई में होशियार थे.
क्लर्क पिता के बेटे यशपाल ने 22 वर्ष की उम्र में परिवार व समाज का नाम रोशन किया. जोधपुर से 12वीं तक पढ़ाई करने के बाद यशपाल का आईआईटी गुहावटी मे चयन हो गया, कॉलेज के साथ ही पढाई करके यशपाल ने सफलता हासिल की.
पहले ही प्रयास में हासिल की सफलता
यशपाल ने अपने यूपीएससी के पहले ही प्रयास में सफलता हासिल की यशपाल ने यूपीएससी की तैयारी कर रहे हैं युवाओं को बताया कि सफलता को कोई शॉर्टकट नहीं होता है. मन लगाकर निरंतर अध्ययन व अनुशासन के साथ केंद्रित होकर पढाई करें. यशपाल ने बताया कि यूपीएससी 2-3 महिने का खेल नहीं है इसको क्रेक करने में सालों की मेहनत व अच्छा गाइडेंस व परिवार का सपोर्ट जरुरी होता है.